Love letter | एक खत लिखते हैं : let's write a letter
खत से जब खबर, आया-जाया करती थी बहुत कुछ सोचने समझने का, मौका मिल जाता था अब हर उस बात की, जिसकी खबर नहीं होनी चाहिए, वह सबसे ज्यादा चर्चा में रहती है, खत ठहरने का मौका देता था इस बहाने जो वक्त मिलता अक्सर उसमें संभल जाता था शिकायतें इस ठहरन में अपना वजूद खो दे देती थी ऐसे ही कई बार वह खत लिखता पर किसी को भेज नहीं पाता क्योंकि जो शब्द आकार ले लेते हैं वह कभी बेकार नहीं जाते कहीं किसी कोने में ठहर जाते हैं अचानक किसी पल, प्रासंगिक होकर उठ खड़े होते हैं, जिंहे उस वक्त समझा नहीं गया था, हलांकि वह उस वक्त भी, ऐसे ही मौजूद था, उसने शोर नहीं मचाया था, किसी पन्ने में कैद हो गया था, उसकी तलाश में रहने वाले, उसे पन्ना दर पन्ना ढूंढते हैं, जो कभी किसी खत का, हिस्सा नहीं बन पाए, क्योंकि खत पर, किसी न किसी का नाम होता है, जिस पर पता लिखा होता है जबकि उसके खत, एकदम बेतरतीब हैं, किसके लिए कौन सा पन्ना है, यह पता नहीं चलता, बस इस बात का यकीन करना है सबके हिस्से में ए...