Posts

Showing posts from December, 2015

Be-Shabd

Image
बे-शब्द  ******** बहुत देर तक बोलता रहा ,   सुनता रहा , शब्दों के सहारे ,   न जाने ,   कितने अर्थ गढ़ता रहा , इनकी कारीगरी ,   बडी‌ बारीकी से ,   सब कहती रही , इस कहने सुनने का ,  शोर होने लगा , अब सुनने को,  कोई तैयार नहीं था , हर जगह,  कहने का सिलसिला,  चलता रहा , ऐसे में शब्द,  बिना अर्थ लगने लगे , पर बिना अर्थ के शब्द ? या फिर शब्दों के बिना ही ? हाँ ! जब वह खामोशी , हमारे बीच आयी थी , उस वक़्त....... शायद!  हमने एक दूसरे का , अर्थ , समझा था ©️rajhansraju  ********* ********************* (2) ****** ⬇️⬇️पुराने पन्ने पर नई बातें ⬇️⬇️ *******  "जय सियाराम"   *********** रावण का पुतला,  हर साल जलाते रहे ,   पिछली बार से,  और बडा‌ बनाते रहे , अब तो चारों तरफ,  उसकी फौज दिखती है ,   उसे ही देखने को भीड़ जुटती है , उसी की वैल्यू है ,   वह अनोखा है ,   सोचो किसी और के,  दस सीस देखा है , आज़ का सबसे बिकाऊ ,   कमाऊ ,  होनहार है ,   वही आदर्श है ,  उसी का सम्मान है , न मर्यादा चाहिए ,  न पुरूषोत