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Yogdan

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योगदान  ❤️❤️❤️ बिना शिकायत जो कर सकते हैं बस उतना ही करना है  बिना नाम पूछे, बिना बताए पुराने कपड़े, बर्तन, जूते, चप्पल  जो काम के नहीं तुम्हारे हैं  कोई एक जगह तय कर लो  जहाँ जरूरत मंद आते जाते हों  वहीं रख देना है  कबाड़ से मुक्त हो जाना है  कोई एहसान नहीं किया तुमने  यह ख्याल बहुत जरूरी है  न फोटो लेनी है, न जिक्र करना है  शर्त बस इतनी है, गुमनाम रहना है  जो कर सकते हो, बस उतना ही करना है  ©️Rajhansraju  ******** पुराना शहर  हर शहर हर शहर में  एक पुराना शहर  अब भी बरकरार है  वहां वक्त  न जाने कब से ठहरा हुआ है  उसकी उम्र बहुत है  मगर वह बूढ़ा नहीं होता  पूरे शहर की पहचान  उसी से बनती है  अपने शहर को जानना हो तो  पुराने शहर में जाना पड़ता है  ©️Rajhansraju   कोशिश बहुत कुछ जैसा चाहते थे  नहीं हुआ तो क्या हुआ  तुम हो यही बहुत है हमारे लिए  मेरी कोशिश जारी है  मैंने हार नहीं मानी है  लड़ रहा हूँ  तुम्हारे लिए  ©️Rajhansraju  दु:ख जब जो नहीं है  उसकी कमी  हरदम खटकने लगे  तब जो है  उसकी कद्र नहीं रह जाती है  वह दुख ढूंढने में माहिर है  जो सारी खुशियों पर  भारी पड़ जाती है ©️Rajhansraju 

Chai

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 एक प्याली चाय  मैंने कितनी बार कहा है चाय के लिए मत पूछा करो यही तो एक चीज है जिसे पीते हैं बस थोड़ी थोड़ी देर पर थोड़ी थोड़ी मिलती रहे तो क्या हर्ज है? और हर बार जब तुम पूछते हो तो लगता है तुम्हें बनाने में दिक्कत है या पिलाने में परहेज? पर हम तो ठहरे पूरे चहेड़ी चाय के लिए बेहया बन जाते हैं और मुस्कराहट के साथ पियेंगे क्यो नहीं पियेंगे कहके चाय का जयघोष कर देते हैं   फिर कुछ देर में चाय हाजिर हो जाती है और जानते हैं कभी एक चाय किसी एक के लिए नहीं बनती मतलब न तो कप न चाय अकेले होती है चाय की यही खूबी है हमेशा साथ में पी जाती है वह आधी कप हो या पूरी इससे क्या फर्क पड़ता है बस चाय पीनी है इसलिए पीते हैं क्योंकि हम कुछ और नहीं पीते कुछ और पीने का मतलब तो समझ ही रहे हो अगर यह चाहते हो कुछ लोग कुछ और न पिएं तो फिर बस यूँ ही चाय पिलाते रहो वैसे चाय से आगे चाय पीने वाले जा भी नहीं पाते क्योंकि जो चाय पीते हैं उनकी हद चाय तक ही होती है हाँ कभी-कभी अच्छी कॉफ़ी मिल जाए तो अच्छा लगता है मगर कॉफी में वह चाय वाली बात नहीं आती है जैसे चाय में काफी वाली नहीं आती बस एक आदत पड़ जाती है वही मन को भाने