Posts

Dussehra

Image
रावण दहन  *******  कुछ लोग बहुत दुखी थे  खूब आलोचना कर रहे थे  क्या होना चाहिए  सबसे यही कह रहे  पर आगे बढ़कर  किसी को कोई थामता नहीं  सब उपदेश देते हैं  खुद कुछ करते नहीं  अभी जब रास्ते से   गुजर रहे थे कोई बीमार था  कोई किसी का शिकार था  सड़क किनारे बेबस लाचार था  कुछ तो कर सकते थे  उसके लिए  वह किया नहीं  अफसोस जताते रहे  दुनिया पर  इंसानियत मर गई  यह भी कहते रहे पर एक क्षण के लिए भी  मुड़कर देखा नहीं  जो गिरे थे  उनको उठाने की कोशिश नहीं की और फिर  उपदेश देने लग गए  क्या-क्या बुरा है  दिन कैसे आ गए  इंसानियत पर भरोसा  अब किसी का रहा नहीं  और अपनी शानदार  नई गाड़ी में आगे बढ़ा गए।  अनजाने में अनायास ही  वह फुटपथ पर  सोए लोगों पर चढ़ गई यह भी कोई जगह है  सोने के लिए  लोगों को अक्ल नहीं है  कैसे रहना चाहिए  सड़क है  चलने के लिए ********   ए नए रईस और उनके बच्चे  जिन्हें मालूम ही नहीं  दुनिया में और भी लोग हैं  जिनके सर पर छत नहीं  उनके बाप अमीर नहीं है  इन्हीं फुटपाथ पर  पलते और बड़े होते हैं  वह सोशल नेटवर्क पर जैसे हैं वैसे दिखते नहीं हैं फिलहाल वह अपनी धुन में खोया  बहुत जल्दी में

israel hamas war

Image
युद्ध और बेबसी   जब भी युद्ध हुआ  सबने यही दावा किया  वह सही हैं  क्योंकि यह लड़ाई  वह अपनी पहचान बताने  बचाने के लिए लड़ रहे हैं  जबकि यह अपनी-अपनी  बर्बरता-क्रूरता, निर्ममता जताने का मौका है भला कैसे छोड़ दे  कोई अपनी फितरत  उसने बताया वह अब भी  इंसान नहीं बन पाया है  वह जानवरों से भी बद्तर है  क्योंकि जानवर तो जंगल में रहते हैं  और जंगल के अपने नियम है  वहां जिंदा रहने की कुछ शर्त है  पर हमने तो अपने अंदर  एक अंधेरा जंगल सहेज रखा है  जिसमें कोई नियम नहीं है  हम कौन से जानवर हैं  आज तक पता नहीं है  शिकार करते हैं  होते हैं।  पर इंसान जब इंसान को मारता है  तो वह शिकार नहीं करता है  वह अपनी हदें बताता है  वह इंसान नहीं है।  जानवर कहलाने लायक भी नहीं  हालांकि हमारे पास शब्द है  भावनाओं कि अभिव्यक्ति के तरीके है  मगर किस काम के  जब सिर्फ बंदूक  गोला बारूद से काम होता हो  यही सच है  हम ऐसे ही हैं  बस सच स्वीकार करने की  सामर्थ्य नहीं है  हम क्यों लड़ रहे हैं  इस बात का जो तर्क देते हैं  वह पूरा सच नहीं है  दुनिया का कोई भी कोना हो  युद्ध हकीकत है  सबसे ज्यादा वही लोग मारे जाते हैं  जिनकी