Bachpan
बचपन ************** जब बड़े हो जाएंगे ए हसीन पल, बहुत याद आएंगे। हर शख़्स ने, अपने किसी कोने में, बहुत से खूबसूरत, लम्हों को सहेज रखा है, इनको देखकर, अपने किस्से कहता है, किसी से भी, उसकी ख्वाहिश, पूछकर देखे, वह आज भी, बचपन, वापस चाहता है ©️rajhansraju ************************** इन छुट्टियों में ********* इस बार की छुट्टियों में, एक छोटा सा पुल बनाते हैं, थोड़ा सा गाँव, इस तरफ ले आते हैं, वैसे यहाँ फुर्सत किसे है? शहर को बहुत जल्दी है, वो तो पूरा, गाँव निगल जाता है, शहर की रफ्तार, कुछ ऐसी है, इसके साथ चलने वाले, किसी को भी, पता नहीं चलता, कब वह इसकी, चकाचौंध का हो गया, हलांकि! गांव से आए, हर आदमी में, उसका थोड़ा सा गांव, बचा रहता है, जिसकी तलाश में वह, जब भी किसी बड़ी, सड़क से गुजरता है, उसे ढूंढता है, अब शायद! वो वैसा न मिले, जिसे हम छोड़कर गए थे,...