madness
पागलपन एक पागल मुझे अक्सर मिल जाता है वह रोज नयी बात करता है कल जो कहा था उसे दुहराता नहीं जो कल कहा था वह तो कल की बात थी आज तो आज की बात होगी भला जो कल सही था वह आज कैसे सही हो सकता है आज कुछ नया खोजेंगे कुछ नया गढ़ेंगे यह जो तुम कर रहे हो वह भी किसी पागल ने ही कहा था उस वक्त जब वह कह रहा तब भी तुम सहमत नहीं थे आज भी वह जो कह रहा है उससे सहमत होना आसान नहीं है वह तो पागल ठहरा तुम जिस चीज को जैसे देखते हो वह उसे वैसे नहीं देखता वह कुएं के बाहर रहता है उसे उड़ान के मायने मालूम है वह समुंदर का दोस्त है गहराई से रिश्ता है उसे प्यास लगी है हर तरफ अथाह पानी है मगर पी नहीं सकता समुंदर का साथ ऐसा ही है उसका खारापन उसे समुंदर बनाता है जो उसके साथ होगा उसमें भी नमक का स्वाद रह जाता है ********** 👇👇👇 click Images ************ एक दिन वह कुएं के पास बैठा था उसकी बातें बड़ी अजीब लगी समुंदर आसमान जैसी चीज होती है भला कौन यकीन करता कुएं से कहीं