Teri Galiyan
तेरी गालियां तुम्हारी तंग गलियों से गुजर कर जब मैं पहुंचा मुझे एहसास हुआ तुम्हें कोई दिक्कत नहीं होगी मेरे घर तक आने में क्योंकि मेरे घर का रास्ता इसी तरह की गलियों से गुजरता है मेरा घर भी ऐसा ही है सब चीजें एक जगह न जाने कितने सालों से ऐसे ही दुरुस्त हैं हम सबको एक दूसरे की आदत हो गई है कोई किसी को बदलना नहीं चाहता क्योंकि पहले खुद को बदलना पड़ेगा फिर कमबख्त कौन यह सिलसिला शुरू करे रोज बदल जाना कोई अच्छी बात तो नहीं है तुम न जाने कब लौटकर आ जाओ और हम वैसे न मिले जैसा तुम छोड़कर गये थे फिर हमें तुम पहचानोगे कैसे ©️Rajhansraju 🌹🌹🌹🌹🌹 to visit other pages (1) (2) (4) (5) (6) (8) (10) (11) (12) (13) (15) (16) (20) (25) (33) (38) (44) (50) (60) (65) (70) (72) (80) (90) रिश्तेदार **** यह जिंदगी का सफर बड़ा अजब गजब सा है हमें पता ही नह...